जिले में बीते दिनों एक ढाई महीने के बच्चे हर्षित एवं एक वृद्ध महिला पर घात लगाकर हमला कर अपना निवाला बना चुके गुलदार को वन विभाग ने आदमखोर घोषित कर दिया है। इतना ही नहीं काबू में न आने पर गुलदार को मारने के आदेश भी वन विभाग ने दिए हैं। लोगों के आक्रोश को देखते हुए वन विभाग ने शिकारी दलों को भी गांव में बुला लिया है। इन शिकारियों में बिजनौर के मशहूर शिकारी नवाब सैफी अली और राजीव सौलोमणी भी शामिल हैं जो अब तक न जाने कितने ही आदमखोरों को ढेर कर उनके आतंक से लोगों को निजात दिला चुके हैं। इसके अलावा एक अन्य शिकारी हरीश सिंह धामी भी गुलदार पर अपनी नजरें गड़ाए हुए हैं। वन विभाग के अधिकारी खुद गांव में गश्त कर गुलदार की गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं। गांव में कई जगह पिंजरे लगाने के साथ ही वन विभाग ने कैमरे भी लगाए हैं। कुल मिलाकर डीएफओ महातिम सिंह यादव के द्वारा क्षेत्र में रेड अलर्ट घोषित करने के बाद अब तीनों शिकारी, दो वाचर और 30 सदस्यीय वन कर्मियों की टीम आदमखोर पर पल-पल निगाह रखे हुए हैं।
गुलदार के द्वारा शिकार बनाए गए वृद्ध एवं बच्चा?
राज्य के अल्मोड़ा जिले केभैंसियाछाना ब्लॉक के डुगरी-पेटशाल के उडल तोक निवासी देवेंद्र सिंह मेहता के मासूम बच्चे हर्षित को बीते दिनों एक आदमखोर गुलदार ने अपना निवाला बना लिया था। गुलदार ने इसके दो दिन बाद गांव की ही एक अन्य वृद्ध महिला आनंदी पत्नी स्व. हरी राम को भी मार डाला था। हालांकि वन विभाग के अधिकारियों को इस बात पर संदेह है कि महिला पर गुलदार ने ही हमला किया था परंतु ग्रामीण इसे गुलदार का ही हमला बता रहे हैं। तीन दिन में दो लोगों को मौत के घाट उतारने के बाद अब वन विभाग ने ग्रामीणों को आदमखोर से निजात दिलाने के लिए कमर कस ली है। क्षेत्र में गुलदार की लगातार बढ़ती गतिविधियों को देखकर डीएफओ महातिम सिंह यादव ने पेटशाल से उडल तक 10 वर्ग किमी के क्षेत्र में रेड अलर्ट घोषित कर दिया है। इस संबंध में ग्रामीणों के लिए दिशानिर्देश भी वन विभाग की तरफ से जारी किए गए हैं। जिनमें घर से बाहर अकेले ना निकलने, सूर्यास्त से पहले घर पहुंचने एवं घरों के आसपास की झाड़ियों को साफ करने सहित समूह में खेतीबाड़ी का काम निपटाने के निर्देश प्रमुख रूप से शामिल हैं। इसके साथ ही वन विभाग ने ग्रामीणों से घर के आसपास लाइट आदि की व्यवस्था करने एवं अपने पास लाठी-डंडे रखने को भी कहा है।